Ayushman Card की नई लिस्ट में अनेक खामिया, जरूरतमंद बाहर कर कारोबारियों के नाम शामिल
फतेहाबाद :- केंद्र सरकार की आयुष्मान योजना (Ayushman Card) के तहत नागरिक अस्पताल में नए आयुष्मान कार्ड की नई लिस्ट आ चुकी है. लेकिन इस बार भी List में काफी गड़बड़ है. लिस्ट में साधन संपन्न लोगों के नाम तो इसमें शामिल कर दिए गए हैं, लेकिन सही व पात्र लोगों को कोई जगह नहीं दी गई. नई सूची मिलने के बाद वंचित रहे जरूरतमंद लोग अब अपनी शिकायतें लेकर प्रशासन के पास गुहार लगा रहे हैं. लिस्ट में उन लोगों तक के नाम है जो नोट बंदी में लाखों रुपयों के साथ पकड़े जा चुके हैं तो कोई कोठियों का मालिक होने के साथ अच्छी खासी अपनी दुकान चला रहे हैं.
2 कोठियों के मालिक दुकानदार का नाम भी आया
जवाहर चौक इलाके वार्ड 3 में एक व्यक्ति का नाम आयुष्मान कार्ड लिस्ट (Ayushman Card List) में है जिसकी Highway पर दुकान है और दो कोठियां है. सरकार ने जरूरतमंदों को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं देने के लिए आयुष्मान कार्ड (Ayushman Card) योजना चलाई है जिसमें 5 Private अस्पतालों में इलाज करवा सकते है. क्योंकि कई जरूरतमंदों के पास इलाज करवाने के रुपये नहीं होते है और इलाज ना मिलने के कारण वह अपनी जान गवा बैठते हैं.
1.80 लाख से कम आय होने पर भी शामिल नहीं नाम
नागरिक अस्पताल के डॉक्टरों की माने तो कई लोग ऐसे है जिनकी 1.80 लाख से कम इनकम है, लेकिन आयुष्मान कार्ड लिस्ट (Ayushman Card List) में उनका नाम नहीं है जबकि सरकार के आदेश थे कि फैमिली आईडी में जिसकी आय 1.80 लाख से कम होगी कि उसका आयुष्मान कार्ड, पीला * कार्ड सहित अन्य सुविधाएं अपने आप मिल जाएगी.
कारोबारियों के नाम भी शामिल
जवाहर चौक इलाके के रहने वाले एक व्यक्ति अच्छी खासी बेकरी है. उसका बेटा भी अच्छी खासी आय कमाता है. उसका नाम भी लिस्ट में शामिल है. यहां भी सर्वे के दौरान लापरवाही की गई है. एक युवती जो शादी कर ससुराल चली गई, लेकिन उसका आयुष्मान कार्ड में नाम शामिल किया है तो वहीं युवक जो शादीशुदा है और पिता रिटायर्ड कर्मी है और वह भी नई आयुष्मान कार्ड लिस्ट में है.
जरूरतमंद लोगों का नहीं आया नाम
नागरिक अस्पताल कर्मियों के पास आई नई लिस्ट में कई नाम ऐसे हैं जिनका पहले से ही आयुष्मान कार्ड बना हुआ है, लेकिन इसके बाद फिर दोबारा उनका लिस्ट में नाम आया है जबकि वास्तव में जरूरतमंद का नाम आया ही नहीं है. अब जरूरतमंद लोग डॉक्टरों व अधिकारियों के पास चक्कर काट रहे हैं और उनकी समस्या का कोई हल नहीं हो रहा है.
एक परिवार ने अलग- अलग कार्ड बनवाए
आयुष्मान कार्ड की लिस्ट में एक ही परिवार के आयुष्मान कार्ड अलग- अलग बनकर आए जबकि सभी एक ही परिवार के सदस्य हैं. क्योंकि एक ही परिवार में रहने के बावजूद सभी ने अपनी फैमिली आईडी अलग-अलग बनवा रखी है जिससे यह लाभ हो सके कि अगर कोई परिवार का सदस्य सरकारी कर्मचारी है तो उसके बारे में पता ना चले.
उच्च अधिकारियों से की जाएगी बात
डिप्टी सिविल सर्जन डॉक्टर कुलदीप गौरी का कहना है कि आयुष्मान कार्ड की नई लिस्ट हमारे पास आई और अब इससे जुड़ी हुई कई प्रकार की शिकायतें आ रही है. उनका कहना है कि कई लोग शिकायत लेकर आ रहे हैं कि उनकी इनकम भी कम है और जरूरतमंद भी है लेकिन उनका नाम आयुष्मान कार्ड लिस्ट में नहीं है. कई लोग जिनका पहले से आयुष्मान कार्ड बना हुआ है दोबारा से इस लिस्ट में उनका नाम है. डॉक्टर ने कहा है कि इस बारे में उच्च अधिकारियों से बात की जाएगी