केंद्र सरकार की बेटियों के लिए यह खास योजना, आपकी बेटी को मिलेंगे 1 लाख 43 हजार रूपये
नई दिल्ली :- केंद्र सरकार की तरफ से समाज के हर तकबे के लिए कोई न कोई योजना चलाई जाती है. इन योजनाओं का मुख्य उद्देश्य समाज के हर वर्ग तक लाभ पहुंचाना है. इसी दिशा में सरकार ने बालिकाओं के लिए एक ऐसी योजना बनाई है, जिसमें आपकी बेटी को 5 इंस्टॉलमेंट में 1 लाख रूपये से ज्यादा की राशि दी जाएगी. वैसे तो यह योजना काफी पुरानी है, परंतु कई लोगों को अभी तक भी स्कीम के बारे में पता नहीं लग पाया है. यदि आपके घर में भी बेटी है, तो आपको इस योजना के बारे में अवश्य पता होना चाहिए.
सरकार की बेटियों के लिए यह खास योजना
इस योजना में ज्यादा दस्तावेजों की आवश्यकता भी नहीं होती. इसी वजह से अधिकतर लोग इस योजना का फायदा ले सकते हैं. आज की इस खबर में हम आपको इस योजना के बारे में डिटेल से जानकारी देंगे कि आपको इस योजना के लिए कैसे आवेदन करना होगा और कहां. योजना के तहत सरकार बालिका के नाम से 6- 6 हजार रुपये एक कोष में जमा करती है, इस प्रकार कुल मिलाकर 30,000 बालिका के नाम से जमा किए जाते हैं. फिर बालिका को कक्षा छठी में एडमिशन लेने पर 2000 रूपये, कक्षा नौवीं में एडमिशन लेने पर 4000 रूपये, कक्षा 11वीं में एडमिशन लेने पर 6000 रूपये और बाद में एडमिशन लेने पर 6000 रूपये दिए जाते हैं.
इस प्रकार करें अप्लाई
जब बालिका की आयु 21 साल की हो जाती है, तो उसे एक लाख का अंतिम भुगतान दिया जाता है. अब सरकार ने इस योजना में राशि बढ़ा दी है, जिस वजह से आखिरी इंस्टॉलमेंट के पैसे भी बढ़ गए हैं. कोई भी व्यक्ति अपनी बालिका के सारे डॉक्यूमेंट के साथ आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं से संपर्क कर सकता है. इसके अलावा परियोजना कार्यालय, लोक सेवा केंद्र या किसी भी इंटरनेट कैफ़े मे इसके लिए आवेदन करवा सकते हैं. इसके बाद आपका आवेदन स्वीकृति के लिए प्रयोजना कार्यालय मे जाएगा, वहां आपका आवेदन स्वीकृत या अस्वीकृत कर दिया जाएगा.
अब मिलेगी पहले से ज्यादा राशि
आवेदन स्वीकृत होने के बाद आपकी बालिका के नाम से सरकार 143000 रूपये का प्रमाण पत्र देगी. आपको बता दें कि पहले यह राशि 1 लाख 18000 रूपये थी. अब इस योजना की राशि बढ़ा दी गई है. सरकार की तरफ से इस योजना का लाभ राज्य की उन बेटियों को दिया जाता है, जिनके माता-पिता मध्यप्रदेश के मूल निवासी है और वह इनकम टैक्स नहीं देते. इस योजना का नाम लाड़ली लक्ष्मी योजना है.