Success Story: छोटे पद पर सरकारी नौकरी पाकर भी नहीं छोड़ी पढाई, फिर पास किया एग्जाम और दोनों बहन बन गईं SDM
नई दिल्ली, Success Story :- आज के दिन बच्चों में कंपटीशन बढ़ता जा रहा है. एक सक्सेसफुल लाइफ पाने के लिए बच्चों को कड़ी से कड़ी मेहनत करनी पड़ती है. लेकिन बहुत बार देखा गया है कि एक अच्छी Job पाने के बाद लोग आगे कोशिश करना बंद कर देते हैं. उन्हें लगता है कि अब तो काम हो गया अब क्या ही करना और Try करके. परंतु ऐसा नहीं है, आज हम आपको उत्तराखंड की दो बहनों की कहानी के बारे में बताने जा रहे हैं. यह दोनों बहने PCS के रिजल्ट के बाद से ही लाइमलाइट में आ गई हैं. क्योंकि फीमेल कैटेगरी में एक बहन ने टॉपर और दूसरी ने फर्स्ट रैंक हासिल किया था.
दो बहनों ने एक साथ किया UKPCS क्लियर
कुछ भी पाने के लिए मेहनत करना बहुत जरूरी है. कई लोग ऐसे होते हैं कि नौकरी मिल गई तो उसके बाद कोशिश करना बंद कर देते हैं. आज हम आपको एक ऐसी कहानी बताने जा रहे हैं जो दो बहनों की है. उन बहनों ने कम पर कंप्रोमाइज नहीं किया. वह लगातार मेहनत करती रही और कामयाब भी रही. हम बात कर रहे हैं उत्तराखंड की युक्ता मिश्रा और मुक्ता मिश्रा की. युक्ता और मुक्ता ने एक साथ पहले तो पोस्टल असिस्टेंट का एग्जाम दिया और दोनों ने साथ ही क्लियर कर लिया. इसके बाद दोनों बहनों ने नौकरी Join कर ली. हालांकि दोनों ने नौकरी मिलने के बाद पढ़ाई नहीं छोड़ी. दोनों बहनों ने लगाकर उत्तराखंड UKPCS की तैयारी जारी रखी. जब दोनों ने यूके पीसीएस का एग्जाम दिया तो दोनों की अच्छी रैंक आई और SDM बन गई.
मुक्ता ने पहला और युक्ता ने पाया दूसरा रैंक
2014 में जब UKPCS का रिजल्ट आया. इसमें युक्ता मिश्रा ने पीएस में सातवें और मुक्ता ने चौथी रैंक हासिल कर इतिहास रच दिया. वही फीमेल कैटेगरी में मुक्ता ने प्रदेश में पहला और युक्ता ने दूसरा स्थान हासिल किया था. दोनों बहनों ने बरेली कॉलेज से ग्रेजुएशन किया था. ग्रेजुएशन के दौरान ही दोनों ने पोस्टल असिस्टेंट के पद के लिए एग्जाम दिया और सफल रही. दोनों ने अल्मोड़ा के पोस्ट ऑफिस में सेवाएं देनी शुरू कर दी.
बच्चों को दी फ्री में कोचिंग
इसके साथ ही दोनों ने अल्मोड़ा के सौगंध सिंह जीना कैंपस में प्राइवेट स्टूडेंट के तौर पर एडमिशन ले लिया और आगे की पढ़ाई को जारी रखा. जब मुक्ता मिश्रा रुद्रप्रयाग की एसडीएम थी तो वह गरीब बच्चों के उम्मीद की किरण भी बनी. वह बहुत से बच्चों को कंपटीशन एग्जाम के लिए Free में Couching भी देती थी. वह बड़े कॉलेज में और स्कूल में एडमिशन पाने के लिए भी बच्चों को फ्री में कोचिंग दिया करती थी. साल 2018 में तो उन्होंने राजकीय कॉलेज में सुबह 8:00 से 10:00 तक फ्री में बच्चों को कोचिंग देने का काम शुरू किया था.
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